राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का समारोह 22 जनवरी, 2024 को पौष मास के शुक्ल पक्ष की कूर्म द्वादशी के दिन अभिजीत मुहूर्त में संपन्न हुआ। इस दिन का इंतजार देश भर के करोड़ों हिंदुओं को कई सालों से था।
सुबह से ही मंदिर परिसर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए थे। सुबह 9:00 बजे से ही मंदिर परिसर में अनुष्ठान शुरू हो गए।
सबसे पहले, रामलला की मूर्ति को मंदिर के गर्भगृह में स्थापित किया गया। इसके बाद, मूर्ति की आंखों पर लगी पट्टी हटाकर, कांच दिखाकर और काजल लगाया गया।
इसके बाद, मूर्ति में प्राण प्रतिष्ठा की प्रक्रिया शुरू हुई। इस प्रक्रिया में 121 आचार्यों ने भाग लिया। आचार्यों ने मंत्रोच्चार के साथ मूर्ति में जीवन का संचार किया।
प्राण प्रतिष्ठा के बाद, रामलला की पूजा-अर्चना की गई। इस दौरान, देशभर से आए संतों और विद्वानों ने भी भाग लिया।
प्राण प्रतिष्ठा के समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, उत्तर प्रदेश के राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, राजनाथ सिंह, अमित शाह, धर्मेंद्र प्रधान, नितिन गडकरी, रविशंकर प्रसाद, नरेंद्र सिंह तोमर, महेंद्र नाथ पांडेय, अजय मिश्रा टेनी, पशुपति कुमार पारस, वी.पी. सिंह तोमर, कृष्ण पाल गुप्ता, अश्विनी चौबे, साध्वी निरंजन ज्योति, महंत राजेंद्र दास, महंत नृत्य गोपाल दास, महंत वीरेंद्र दास आदि ने भाग लिया।
प्राण प्रतिष्ठा के समारोह को देशभर में टीवी पर प्रसारित किया गया। इस समारोह को देखने के लिए करोड़ों लोग टीवी के सामने बैठे थे।
प्राण प्रतिष्ठा के बाद, रामलला मंदिर के पट खुले और भक्तों को भगवान राम के दर्शन करने की अनुमति दी गई। दर्शन करने के लिए भक्तों की लाइनें लग गईं।
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का समारोह एक ऐतिहासिक घटना है। यह समारोह देश के लिए एक नई शुरुआत का प्रतीक है।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह की प्रमुख घटनाएं
- सुबह 9:00 बजे से ही मंदिर परिसर में अनुष्ठान शुरू हो गए।
- 10:00 बजे रामलला की मूर्ति को मंदिर के गर्भगृह में स्थापित किया गया।
- 10:30 बजे मूर्ति की आंखों पर लगी पट्टी हटाकर, कांच दिखाकर और काजल लगाया गया।
- 11:00 बजे मूर्ति में प्राण प्रतिष्ठा की प्रक्रिया शुरू हुई।
- 12:00 बजे प्राण प्रतिष्ठा समाप्त हुई।
- 1:00 बजे रामलला की पूजा-अर्चना की गई।
- 2:00 बजे रामलला मंदिर के पट भक्तों के लिए खोले गए।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद की प्रतिक्रियाएं
प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर देशभर में खुशी की लहर है। लोगों ने इस समारोह को एक ऐतिहासिक घटना बताया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का समारोह देश के लिए एक नए युग का आरंभ है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का समारोह हिंदुओं के लिए एक ऐतिहासिक घटना है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का समारोह देश के लिए एक नई शुरुआत का प्रतीक है।
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का समारोह देश के लिए एक महत्वपूर्ण घटना है। यह समारोह देश की एकता और अखंडता को मजबूत करने में मदद करेगा।