भारतीय टेनिस स्टार सुमित नागल ने मंगलवार को ऑस्ट्रेलियन ओपन में इतिहास रच दिया है। उन्होंने 1989 के बाद पहली बार किसी भारतीय खिलाड़ी ने ऑस्ट्रेलियन ओपन के एकल मैच में वरीयता प्राप्त खिलाड़ी को हराया है।
नागल ने पहले दौर में कजाखस्तान के एलेक्जेंडर बुबलिक को 6-4, 6-2, 7-6 (7-5) से हराया और देश के पहले खिलाड़ी बन गए जो 1989 के बाद पहली बार किसी भारतीय खिलाड़ी ने ऑस्ट्रेलियन ओपन के एकल मैच में वरीयता प्राप्त खिलाड़ी को हराया है।
उनके लिए यहां तक पहुंचना आसान नहीं था। यह भारत के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली के समर्थन के बिना संभव नहीं था। उन्होंने पहली बार 2017 में नागल की मदद की थी। नागल ने बताया कि उनके करियर को बचाने में विराट कोहली और उनके फाउंडेशन का बड़ा हाथ है। विराट कोहली का फाउंडेशन ने 2017 से नागल का समर्थन किया है और उनके फिनैंशियल संकटों में मदद की है। नागल ने बताया, "मैं पिछले दो वर्षों से अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहा था और वित्तीय संकट का सामना कर रहा था। अगर विराट कोहली मेरा समर्थन नहीं करते, तो मुझे नहीं पता कि मेरे साथ क्या होता।"
उन्होंने यह भी बताया कि 2019 में एक टूर्नामेंट के बाद कनाडा से जर्मनी के लिए उड़ान भरते समय उनके पर्स में सिर्फ छह डॉलर थे, लेकिन विराट कोहली के समर्थन से वह अब फिर से पहले दौर की तरफ बढ़ रहे हैं। नागल ने कहा, "अगर लोग एथलीटों को फंड देते हैं, तो इससे देश में खेल को फलने-फूलने में मदद मिलेगी। मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे विराट से समर्थन मिला।"
इस ओपन में नागल ने पहले दौर में ऐतिहासिक जीत हासिल की है और यह उनके करियर की एक बड़ी मिलनसर क्षण है। पहले भी उन्होंने 2020 यूएस ओपन में दूसरे दौर में खेलते हुए डोमिनिक थिएम से हार का सामना किया था।
इस जीत से सुमित नागल ने भारत को गर्वित किया है और यह दिखाता है कि उनकी मेहनत और विराट कोहली का समर्थन एक सफल करियर की दिशा में कैसे मदद कर सकते हैं।